
उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा कुम्भ नगरी प्रयागराज में सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए बहु-आयामी प्रयास किये हैं.
इसी सिलसिले में प्रयागराज में जगह- जगह सांस्कृतिक मंच तैयार किये गए हैं. प्रयागराज में सांस्कृतिक गतिविधियों के मंचन हेतु इस तरह के कुल २० मंच तैयार किये गए हैं. इन मंचों में कुम्भ को केंद्र बिंदु बना कर सम्पूर्ण कुम्भ-उत्सव अवधि के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. चाहे वह नृत्य हो या गीत, चाहे नाटक हो या संगीत – कला का हर रंग इन मंचों पर बिखेरा जाएगा.
कुम्भ के वैश्विक आयाम को परिदृश्य में रख कर संगम नगरी प्रयागराज कला और संस्कृति का संगम इन मंचों पर प्रस्तुत कर रही है. नाटक-नौटंकी, लोक-गीत, लोक-नृत्य, जादू-कठपुतली, पाई-डंडा, राय-सैरा जैसे ठेठ लोक संस्कृति की कलाएं भी दर्शकों का मन मुग्ध करेंगी. इन २० मंचों पर ३५ दिवसों तक लगभग ५०० कलाकार दल अपनी प्रस्तुतियां देंगे. लगभग ४००० से अधिक कलाकारों को उत्तरप्रदेश संस्कृति विभाग के ये मंच अपनी कला-प्रस्तुति का अवसर प्रदान करेंगे.
कल दिनांक १७ जनवरी से इन मंचों पर रंगबिरंगी कलाओं के मनमोहक रूप दर्शकों के सामने प्रस्तुत होंगे और ४ मार्च २०१९ तक यह कलात्मक प्रस्तुतियां इसी तरह से प्रयागराज को कलामय बनाये रखेंगी. प्रयागराज से पारिजात त्रिपाठी.