
जैसे ही सर्दियों का मौसम करीब आता है, दिल्ली की हवा हर साल की तरह इस बार भी चिंता का कारन बन गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली हवा की खराब गुणवत्ता इस समय तेजी से बढ़ रही है, और दिल्ली का AQI अब चेतावनी स्तर के करीब पहुँच चुका है। दिल्ली की यह स्थिति सिर्फ बड़े शहरवासियों के लिए ही नहीं , बल्कि छोटे बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन रोगों से पीड़ित लोगों के लिए भी खतरनाक है।

दिल्ली का AQI और इसका मतलब
AQI (Air Quality Index) हवा में मौजूद प्रदुसित पदार्थो का माप है। जब भी AQI का स्तर बढ़ता है, तो इसका मतलब यह होता है कि हवा में प्रदूषण अधिक बढ़ गया है और वह स्वास्थ्य पर इसके गलत प्रभाव डाल सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि दिल्ली का AQI सर्दियों में अक्सर उच्च स्तर पर पहुंच जाता है, क्योंकि इस मौसम में धुंध और कोहरे के कारण प्रदूषक कण हवा में फंस जाते हैं। delhi news
सर्दियों में ही अक्सर क्यों बढ़ता है प्रदूषण?
सर्दियों में दिल्ली हवा की खराब गुणवत्ता के पीछे कई कारण हैं:
1.पराली जलाने की परंपरा: हर साल उत्तर भारत में किसानों द्वारा पराली जलाया जाता है जिसके हवा में हानिकारक कण मौजुद होते है और वह बढ़ते जाते हैं।
2.वाहनों के कारण बढ़ता प्रदूषण: दिल्ली में ट्रैफिक लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसें वातावरण में पैदा होती जारही हैं।
3.औद्योगिक उत्सर्जन: फैक्ट्रियों और निर्माण स्थलों से निकलने वाले धुआं भी AQI को अधिक मात्रा से प्रभावित करता है।
4.मौसमीय कारक: ठंडी और स्थिर हवा धुंध और धूल को नीचे फंसाती है, जिसके कारण दिल्ली हवा की खराब गुणवत्ता और भी ज्यादा महसूस होती है।
दिल्लीवासियों के लिए खतरे
1.बाहर निकलते समय मास्क पहनें।
2.घर में हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
3.धूम्रपान और खुली आग से बचें।
4.घर के अंदर पौधों का उपयोग करें, ये हवा में प्रदूषक घटाने में मदद करते हैं।
5.बच्चों और बुजुर्गों को धुंध और प्रदूषण वाले समय में बाहर नहीं भेजें।
स्वास्थ्य सुरक्षा के उपाय
घर में सुरक्षा
1.एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल जरूर करें।
2.घर के अंदर अधिक से अधिक पौधों का उपयोग करें।
3.धूम्रपान और खुली आग से जितना बच सके उतनी बचने की कोसिस करे

आर्थराइटिस (Arthritis) – जोड़ों की सेहत के लिए जरूरी जानकारी
आर्थराइटिस (Arthritis) एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न का कारण बन सकती है। यह रोग किसी भी उम्र के व्यक्ति को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है, लेकिन बुजुर्गो और उन लोगों में अधिक देखा जाता है जिनका वजन अधिक है या जो लंबे समय तक भारी काम करते हैं।
Arthritis के लक्षण
Arthritis के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
- जोड़ों में अकड़न और दर्द
- सुबह उठते समय जकड़न महसूस होना
- चलने-फिरने में कठिनाई
- जोड़ों में सूजन और लालिमा
Arthritis का इलाज और सावधानियां
Arthritis के इलाज में दवाइयों के साथ साथ , फिजियोथेरपी, हल्का व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव महत्वपूर्ण प्रकिया निभाते हैं। संतुलित आहार, वजन नियंत्रण और नियमित हल्का व्यायाम Arthritis से राहत पाने में मदद करता है। डॉक्टर्स ज्यादा तर सलाह देते है की मरीज भारी वजन उठाने और अत्यधिक शारीरिक मेहनत से बचें।
Arthritis से बचाव के आसान उपाय
Arthritis से राहत पाने और जोड़ों की सेहत बनाए रखने के लिए कुछ सरल लेकिन असरदार उपाय अपनाए जा सकते हैं। इन उपायों को नियमित जीवनशैली में शामिल करने से जकड़न कम होती है और जोड़ों की गतिशीलता बढ़ती है और दर्द में भी काफी आराम मिलता है ।
- रोजाना हल्का व्यायाम और स्ट्रेचिंग करें
- रोजाना 20-30 मिनट हल्का व्यायाम जैसे चलना, योग या साइकिल चलाना जोड़ों के लिए फायदेमंद होता है।
- स्ट्रेचिंग करने से जोड़ों की जकड़न कम होती है और मांसपेशियों की लचीलापन बढ़ता है।
- Arthritis में भारी व्यायाम से बचें, क्योंकि यह जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है।
- संतुलित और पौष्टिक आहार लें
- हरी सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त आहार Arthritis के लिए लाभकारी हैं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे मछली और अलसी का सेवन जोड़ों की सूजन कम करता है।
- जंक फूड, अधिक तली-भुनी चीज़ों और अत्यधिक मीठे पदार्थों से बचें, क्योंकि ये सूजन बढ़ा सकते हैं।
- पर्याप्त पानी पीएं और हाइड्रेटेड रहें
- शरीर में पानी की कमी से जोड़ों की लुब्रिकेशन घट सकती है, जिससे दर्द और जकड़न बढ़ती है।
- दिनभर में कम से कम 7-8 गिलास पानी पीना जरूरी है।
- हाइड्रेशन बढ़ाने के लिए नारियल पानी या नींबू पानी जैसे प्राकृतिक विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है।
- डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाइयाँ और सप्लीमेंट लें
- Arthritis के लिए दवाइयाँ केवल विशेषज्ञ की सलाह से ही लें।
- कुछ मामलों में कैल्शियम और विटामिन D सप्लीमेंट जोड़ों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।
- दवाइयों का समय पर सेवन और नियमित जांच Arthritis के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- जीवनशैली में छोटे बदलाव
- भारी वस्तुएँ उठाने से बचें और बैठने-खड़े होने के सही तरीके अपनाएँ।
- लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने से बचें, हर 1-2 घंटे में थोड़ी चलने-फिरने की आदत डालें।
- तनाव कम करने के लिए ध्यान और मेडिटेशन का अभ्यास करें, क्योंकि मानसिक तनाव भी शरीर में सूजन बढ़ा सकता है।
Healthline – Arthritis Treatment & Tips
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: दिल्ली का AQI कब “खराब” स्तर पर पहुँच जाता है?
A1: जब AQI 201-300 के बीच होता है, इसे “खराब” माना जाता है।
Q2: कौन सबसे ज्यादा प्रभावित होता है?
A2: बच्चे, बुजुर्ग और श्वसन रोग से पीड़ित लोग सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।
Q3: प्रदूषण से बचने के लिए क्या किया जा सकता है?
A3: मास्क पहनना, घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग, बच्चों और बुजुर्गों को बाहर न भेजना और वाहन कम करना सबसे प्रभावी उपाय हैं।
Q4: सर्दियों में हवा की गुणवत्ता खराब क्यों होती है?
A4: ठंडी हवा स्थिर रहती है और धुंध प्रदूषक कणों को नीचे फंसाती है, जिससे दिल्ली हवा की खराब गुणवत्ता बढ़ती है।