कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी (Manish Tiwari) ने अपनी किताब में मुंबई हमले (Mumbai Attacks) के बाद पाक पर कार्रवाई न करने पर मनमोहन सरकार (Manmohan Government) पर निशाना साधा है. अपनी किताब में मनीष तिवारी ने लिखा कि मुंबई हमले के बाद भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी. उन्होंने ये भी लिखा कि कार्रवाई न करना कमजोरी कि निशानी है. सलमान खुर्शीद के बाद कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की किताब को लेकर चर्चा तेज हो गई है. मनीष तिवारी ने ट्वीट कर अपनी किताब की जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि ये घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरी चौथी किताब- ’10 Flash Points; 20 Years – National Security Situations that Impacted India’ जल्द ही बाजार में आएगी.
Happy to announce that my Fourth Book will be in the market shortly – '10 Flash Points; 20 Years – National Security Situations that Impacted India'. The book objectively delves into every salient National Security Challenge India has faced in the past two decades.@Rupa_Books pic.twitter.com/3N0ef7cUad
— Manish Tewari (@ManishTewari) November 23, 2021
मनीष तिवारी का किताब बम
मनीष तिवारी ने तत्कालीन मनमोहन सरकार (Manmohan Government) को घेरते हुए अपनी किताब में लिखा कि जब किसी देश (पाकिस्तान) को अगर निर्दोष लोगों के कत्लेआम करने का कोई खेद नहीं तो संयम ताकत की पहचान नहीं है, बल्कि कमजोरी की निशानी है. इससे पहले कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब में हिंदुत्व को लेकर कही बात से बवाल कम भी नहीं हुआ था कि अब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की किताब को लेकर चर्चा तेज हो गई है. इससे पहले पंजाब में राजनीतिक स्थिरता के दौरान वहां की जिम्मेदारी दिए जाने और कांग्रेस में कन्हैया कुमार की एंट्री को लेकर वो सवाल उठा चुके हैं.
बीजेपी को मिला मुद्दा
अपने वजूद के लिए कांग्रेस पहले ही संघर्ष कर रही है तो वहीं दिग्गज नेता कांग्रेस के लिए बार बार मुश्किलें पैदा कर रहे हैं. मनीष तिवारी की किताब में कही गई बात पर बीजेपी ने भी कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है. बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा कि मनीष तिवारी ने 26/11 के बाद यूपीए सरकार की कमजोरी की ठीक ही आलोचना की है.
Rahul Gandhi & Congress consistently echo the Pakistani line on every issue – Hindutva, 370 & Surgical strikes
Today as we approach the 13th Anniversary of 26/11 the Congress must tell us what or who prevented a robust response post 26/11 like we saw post Uri & Pulwama.. https://t.co/B6S0RM2PKR
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) November 23, 2021
26/11 की 13वीं बरसी
26 नवंबर को मुंबई हमले को पूर 13 साल हो जाएंगे उससे ठीक पहले तब की तात्कालीन सरकार के नेता मनीष तिवारी ने अपनी किताब से कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है. 26 नवंबर 2008 भारत के इतिहास का वो काला दिन था जब देश की आर्थिक राजधानी मुंबई बम धमाकों से दहल उठी थी. इस आतंकवादी हमले ने भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था. लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने करीब 60 घंटों तक मुंबई को बंधक बना कर रखा था. मुंबई के इस आतंकी हमले में करीब 160 से ज्यादा लोगों की जान गई थी. साथ ही 300 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे.