
यद्यपि इस हादसे पर अभी कुछ भी साफ-साफ कहा नहीं जा सकता, न घटना के कारणों की स्पष्ट जानकारी है न ही साफ तौर पर ये पता चला है कि कुल कितने लोग मारे गए होंगे..फिलहाल जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार चार लोगों की मौत की खबर है.
ऐसा पहली बार हुआ है. इस तरह का हादसा हरयाणा के लोगों के लिए एकदम नई बात है. इस प्राकृतिक घटना को फिलहाल भू स्खलन कहा जा रहा है जिसमे चार लोगों की मौत के बारे में बताया जा रहा है जबकि कई लोगों की जानें खतरे में बताई जा रही हैं. इन लोगों को ले कर ये आशंका है कि ये लोग मलबे के भीतर दबे हो सकते हैं.
दादम क्षेत्र की है ये घटना
ये हादसा भिवानी के दादम खनन क्षेत्र में हुआ है. इस भूस्खलन के शिकार हुए हैं यहां खनन कार्य में लगे लोग. इनके साथ ही करीब एक दर्जन वाहन भी दब गए हैं. दबे हुए लोगों में से 4 लोगों की मौत हो गई है वहीं लगभग दस से पंद्रह लोग अभी लापता बताये जा रहे हैं.
फ़ैल गई अफरातफरी
भिवानी जिले (Haryana’s Bhiwani district) के तोशाम प्रखंड में भूस्खलन की इस बड़ी घटना की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया. घटनास्थल के आसपास अफरातफरी फ़ैल गई. अधिकारीयों के अनुसार बचाव अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और माना जा रहा है कि अब तक तीन लोगों को बचा लिया गया है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तोशाम प्रखंड के दादम खनन क्षेत्र में पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटने से भूस्खलन हुआ है.
कृषि मंत्री पहुँच गए हैं
घटनास्थल पर राहत कार्य का जायजा लेने के लिए कृषि मंत्री जेपी दलाल तुरंत पहुंच गए हैं. पहाड़ के खिसकने के कारणों को लेकर अटकलें जारी हैं फिलहाल पक्की तौर पर कुछ भी कहा नहीं जा सकता. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस क्षेत्र में खनन कार्य पर से प्रतिबंध हटा दिया था जिसके बाद से दादम खनन क्षेत्र और निकट के छोटे पहाड़ पर बड़े पैमाने पर खनन का कार्य खुल्लेआम जारी है.
सीएम खटटर ने मदद का दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ट्वीट करके बताया है कि वे स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं. बचाव और राहत के काम को तेजी से करने और सभी घायलों को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश भी मुख्यमंत्री द्वारा दे दिया गया है.