न्यूज़ इन्डिया ग्लोबल के नये स्तंभ NIG Art के अंतर्गत आज हम रेणु रन्जन जी की पेन्टिंग्स पाठकों के अवलोकनार्थ प्रस्तुत कर रहे हैं. हमारे सभी कलाकार पाठक भी अपनी रचनायें और कलाशिल्प इस स्तंभ के अंतर्गत प्रकाशनार्थ प्रेषित कर सकते हैं. [email protected] पर मेल लिखें अथवा 8076316074 पर व्हाट्सैप करें.
प्रकाशित कहानियां : नहीं चाहता (दैनिक भास्कर – 12/12/2016), वो और मैं (दैनिक भास्कर – 04/07/2017), सुबह की सुंदरता (दैनिक भास्कर – 05/02/2018), ना सखी मोबाइल (दैनिक भास्कर – 10/12/2018), कल अंधेरा था आज सवेरा है (दैनिक भास्कर), माँ का सपना( दैनिक भास्कर) सृजन के अंकुर, व्यथित हूँ (हस्ताक्षर, मार्च 2021)
प्रकाशित रचनायें
हिन्दीकुंज : विघटन संवेदना का, मां तुम हो, फागुन की मस्ती, बसंत का आगाज, अनाथ लड़की, मिलजुल ऐसा समाज बनाएं, समर्पण, नारी तू अबला नही, महत्व परिवार का, खोल देना दिल के दरवाजे, वजूद नारी का, अविचलित कर्म पथ पर बढ़ते रहना, मुसीबतों से न घबराना, चढ़ने लगा दिवस का रंग, चाहत बिंदास जीवन की, तेरा दर्द जो है सीने में, तजुर्बे, तेरी अठखेलियां, जीवन के होर, मधुर तान, मन के मीत, चाहत, नया सवेरा
दैनिक विजय दर्पण टाइम्स : अज्ञात रास्तों पर, जब भी पुकारे भारत माता, सलोना बचपन, साजन आया फागुन, प्रेम से बड़ा कुछ नहीं दूजा
नारी शक्ति सागर पत्रिका : मधुर तराना ।
दैनिक निर्दलीय : जीवन की आपा-धापी में ।
सम्मान : ” सर्वश्रेष्ठ रचनाकार सम्मान” (विश्व रचनाकार मंच द्वारा), “नारी शक्ति सागर सम्मान”, ”सी वी रमन सम्मान”