तिथि : पूर्णिमा 08:07 तक तदोपरांत श्रावण मास प्रतिपदा
नक्षत्र : उत्तराषाढ़ 12:35 तक तदोपरांत श्रवण
योग : विषकुंभ 06:10 तक, तदोपरांत आयुष्मान
दिशाशूल : पूर्व, उत्तर पूर्व
सूर्योदय : 05:38
सूर्यास्त : 19:30
राहुकाल : 09:00 से 10:30 तक
(आज का सदविचार)
मनुष्य को प्रयत्नपूर्वक सदाचार की रक्षा करनी चाहिए। धन तो आता जाता रहता है। वस्तुतः धन से क्षीण मनुष्य क्षीण नही बल्कि सदाचार और परिवार से मिले अच्छे संस्कारों से विहीन मनुष्य क्षीण और दरिद्र होता है।