अखिलेश यादव जी, ऐसे सत्ता नहीं मिलती-ये धमकी कांग्रेस ने भी दी थी.
अभी उत्तर प्रदेश में चुनाव होने में समय है मगर सपा नेता अखिलेश यादव कई बार भाजपा के लोगों को उनके सत्ता में आने पर सबक सिखाने की धमकी दे चुके हैं.
एक बयान में अखिलेश ने कहा था कि हम भाजपा के लोगों के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे, बस उनके नाम नोट कर रहे हैं और उन्हें सूद समेत लौटाया जायेगा.
कल भी News18 Uttar Pradesh ने अपनी खबर में बताया गया कि “ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बवाल पर बोले सपा प्रमुख अखिलेश यादव, सब याद रखा जाएगा, BJP के अधिकारियों की लिस्ट तैयार है”
अभी से बदले की भावना से काम करने के लिए उतावले हो रहे हो, भला ऐसे सत्ता मिल सकती है क्या? कभी नहीं –फड़फड़ाने से कुछ नहीं होगा!
अखिलेश जी को याद करा दूं कि इंडिया टुडे की 10 फरवरी,2019 की रिपोर्ट में ऐसी ही धमकी कपिल सिबल ने दी थी मोदी के लिए अति-उत्साहित निष्ठावान अधिकारियों को.
सिबल ने कहा था कांग्रेस सत्ता में वापस लौटेगी और जो मोदी के प्रति निष्ठावान अधिकारी हैं, उन पर हम नज़र रख रहे हैं.
सिबल ने सत्ता में वापसी को ले कर पूरे विश्वास से कहा कि चुनाव आते हैं और चले जाते हैं, कभी कोई सत्ता में होता है तो कभी कोई विपक्ष में – लेकिन अधिकारियों पर हम नज़र रख रहे हैं जिन्हे समझना चाहिए कि संविधान सबसे उपर होता है.
सिबल का वो अनर्गल विलाप किसी काम ना आया, कांग्रेस सत्ता से कोसों दूर रही और आज सिबल खुद कांग्रेस में अपना ही राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रहे हैं.
जब नीयत में खोट हो और शुरू से बदले की भावना लिए विरोधी पक्ष को धमका रहे हो तो कल को तुम्हे भी अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए जूझना पद सकता है अखिलेश जी.
ऐसी भावना रख कर अखिलेश का “यादव कुनबा” कैसे भगवान् कृष्ण का वंशज हो सकता है –ये तो लक्षण कंस के वंशज होने के हैं -कृष्ण के वंशज गौहत्या करने वालों के साथ नहीं खड़े हो सकते !!
एक यादव सज्जन (जो कभी केंद्र सरकार में बड़े अधिकारी रहे थे) कह रहे थे ट्विटर पर कि योगी को ऐसे यादवों की लिस्ट देनी चाहिए जो मुठभेड़ों में मारे गए.
उनसे मैंने बस इतना सवाल कर दिया कि अखिलेश से पूछिए कि अपने 5 वर्ष के राज में सरकारी नौकरी में कितने यादव भरे थे -इतना और कहा मैंने कि पुलिस की गोली जाति देख कर नहीं चलती.
बस इतने से सवाल पर जनाब उखड गए और मुझे कहा कि “It is better then for you to get lost” और मैंने उन्हें ब्लॉक कर दिया –ये है यादव राजनीति.
रोज रोज भाजपा के लोगों को धमकी दे कर अखिलेश यादव खुद ही योगी जी को पुनः सरकार बनाने के लिए न्योता दे रहे हैं.