दुखद सत्य है ये कि मोदी के विरोधी मोदी से नफरत के सिवाय कुछ नहीं जानते.
कोरोना का भयावह रूप देश देख रहा है मगर ऐसी स्तिथि में भी मोदी और उसकी सरकार में दोष निकालने में कांग्रेस और विपक्ष पीछे नहीं है –क्या इसी तरह अपनी खोई हुई जमीन बचाना चाहते है.
एक समय जब कोरोना के नए आने वाले रोज के केस 10 हजार रह गए थे, तब भी वैक्सीन को ले कर भ्रम फैलाया गया था लेकिन कोरोना पर एक तरह से मिली जीत के लिए मोदी को या उसकी सरकार की कोई प्रशंसा नहीं की गई.
अखिलेश यादव ने खुल कर कहा था कि वो वैक्सीन कभी नहीं लगवायेंगे, वो भी भाजपा की वैक्सीन, कौन उस वैक्सीन पर विश्वास करेंगे.
ममता बनर्जी आरोप मढ़ रही हैं कि भाजपा ने कोरोना फैलाया है -उसके लिए लुटियन मीडिया मरा जा रहा है कि बस मोदी और शाह की रैली बंद हो जाएं और ये कुकर्म चुनाव आयोग करके रहेगा जैसा उसका व्यवहार चल रहा है जबकि चुनाव प्रचार के बावजूद कोरोना केस बहुत ज्यादा नहीं बढे हैं.
आज कांग्रेस की तथाकथित शहजादी प्रियंका वाड्रा केवल उत्तर प्रदेश में कोरोना से भयावह हालात देख रही हैं, उनको केवल उत्तर प्रदेश की चिंता है क्यूंकि वहां योगी की सरकार है. उनके साथ कांग्रेस पूरी ताकत से मोदी पर बरस रही है.
कुछ तथ्य रख रहा हूं इस सन्दर्भ में, इन्हे ध्यान से देखिये:
1) उत्तर प्रदेश की आबादी 2३.5 करोड़ है, कल कोरोना केस थे 20439 और कुल संक्रमित हैं अब तक 7.44 लाख;
2) महाराष्ट्र की आबादी 12 करोड़ है, कल कोरोना केस थे 58952 और कुल संक्रमित हैं अब तक 35.78 लाख -यहां की सरकार में कांग्रेस भी है, ये प्रियंका को पता होना चाहिए. इस राज्य में हालात कभी नहीं सुधरे.
3) कांग्रेस सरकार वाले छत्तीसगढ़ की आबादी है 3 करोड़ है, कल कोरोना केस थे 14250 और अब तक संक्रमित मामलों की कुल संख्या है 4.86 लाख.
4) कांग्रेस शासित राजस्थान की आबादी 8.25 करोड़ है –कल के कोरोना के कुल केस थे 6200 और अब तक संक्रमित मामले हैं 3.81 लाख.
5) केरल कम्युनिस्टराज में कुल आबादी है 3.48 करोड़ – कल के कुल कोरोना केस 8778 और अब तक के कुल संक्रमित केस हैं 11.90 लाख.
6) दिल्ली की आबादी 3.11 करोड़, कल के कोरोना केस थे 17282 और अब तक के कुल संक्रमित केस हैं 7.67 लाख.
7) गुजरात आबादी 7.19 करोड़ – (कुल संक्रमित –3.67 लाख)
8) कर्नाटक कुल आबादी 7 करोड़ – (कुल संक्रमित 10.94 लाख)
ये डाटा देने का मतलब केवल इतना है कि सभी राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश के हालात बेहतर हैं जहां कांग्रेस की प्रियंका को सबसे ज्यादा हाल ख़राब नज़र आ रहा है.
ऐसी स्थिति तब है उत्तर प्रदेश की जब महाराष्ट्र, राजस्थान और पंजाब जैसे कांग्रेस शासित राज्यों ने पिछले वर्ष अपने को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूरों को भगा दिया था. आज महाराष्ट्र की जनता उद्धव सरकार के इसी पाप की सजा भुगत रही है.
ऐसे भयावह मानवीय संकट में भी जो राजनीति करेंगे, उन्हें उसके दुष्परिणाम भुगतने हीं पड़ेंगे क्यूंकि ये शाश्वत नियम है कि कर्मो का फल जरूर मिलता है.