ये तो होना ही था! अंग्रेज़ों की टीम नेे श्रीलंका को शृंखला से पराजित कर भारत में पदार्पण किया था और पूरे आत्मविश्वास में थी कि भारत को घर पर ही धो डालेंगे. हो गया उलटा जो कि भले ही अंग्रेज़ों को न पता हो, भारतीयों को पता था. 3 – 1 से पराजित हो कर अंग्रेज़ों को अफ़सोस न केवल मैच गंवाने का है, बल्कि दो और बड़ी उपलब्धियों को गंवाने का भी है – सीरीज़ भी गंवाई, और वर्ल्ड कप का फाइनल भी गंवा दिया.
भारत के पंत रहे सुंदर
टी-ट्वेंटी के आक्रामक बल्लेबाज़ ऋषभ पंत को धैर्य धारण करके भी बल्लेबाज़ी करनी आती है. उन्होंने न केवल शतक बना डाला बल्कि वाशिंगटन सुंदर के साथ अच्छी साझेदारी करके भारत की विजय की आधारशिला भी रख दी. इस शानदार बल्लेबाजी के उपरान्त आर अश्विन और अक्षर पटेल की आक्रामक गेंदबाजी ने बाकी काम कर दिखाया और भारत ने पारी और 25 रन के अंतर से चौथे टेस्ट में इंग्लैंड को मात दे दी.
बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में अव्वल
टीम इण्डिया ने अंग्रेजों से मुकाबला करते हुए उनको बता दिया कि हम बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में ही आपसे बेहतर हैं. इस चौथे अहम मैच को जीतने के साथ ही भारत ने 3-1 से सीरीज भी अपने नाम कर ली. यही नहीं भारत अब इंग्लैण्ड में ही जून के महीने में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पयनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड को टक्कर देने जा रहा है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल लॉर्ड्स में 18 से 22 जून को खेला जाना है.
अश्विन और पटेल ने टीम निपटा दी
भारत के दोनों विश्व स्तरीय स्पिनरों ने दूसरी पारी में अंग्रेजों की पूरी टीम को ही निपटा डाला. आर अश्विन और अक्षर पटेल ने 5-5 विकेट आपस में बाँट लिये. भारत के खिलाफ चौथे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड ने टी ब्रेक आने के पहले तक ही अपनी दूसरी पारी के अहम 6 विकेट खो दिए थे और उस समय बोर्ड पर उनके कुल जमा 91 रन थे. ऐसे में लग ही रहा था कि उनके सर पर पारी की हार का खतरा मंडरा रहा है .
हुआ वही जो डर था
इंडिया आने के पहले अंग्रेजों को सबसे ज्यादा डर अश्विन से था. इण्डिया आने के बाद उनको डराने के लिए भारत का एक और स्पिनर मैदान में उतरा जिसका नाम था- अक्षर पटेल. अक्षर और अश्विन ने फिर एक बार अपनी फिरकी का ऐसा तिलस्म मैदान में पैदा कर दिया कि इंग्लैंड के बल्लेबाज उसके सामने पूरी तरह असहाय नजर आये. दोनों के नाम तीन तीन विकेट रहे अंग्रेजों के लिये अधिक दुर्भाग्यपूर्ण ये रहा कि चार अंग्रेज़ बल्लेबाज तो दोहरे अंक तक भी पहुँचने में नाकाम रहे.