मध्य्प्रदेश के सीधी शहर की शांत आबोहवा में चीखों का दर्दनाक मंज़र घुल गया और यात्रियों से भरी एक बस नहर में जा गिरी. कुल 54 यात्रियों वाली इस बस में 7 लोगों की ही जान बचाई जा सकी और 40 लोग काल-कलवित हो गए. मारे गए लोगों में एक बच्चा, 18 महिलाएं और 12 छात्र भी शामिल हैं.
ये था एक बड़ा सड़क हादसा
सीधी शहर को सड़क हादसों के लिए नहीं जाना जाता ऐसे में इस बस दुर्घटना को एक बड़े सड़क हादसे के रूप में देखा जा रहा है जो आज मंगलवार को सीधी के रामपुर नैकिन थाना इलाके में हुआ. 54 यात्रियों से भरी एक बस सीधे नहर में जा गिरी और उसके बाद शुरू हुआ बचाव अभियान जिमें आंशिक सफलता ही प्राप्त हुई है. जहां नहर से अब तक 40 शव निकाले जा चुके हैं वहीं सात लोग लापता हैं और कुल 7 लोगों को ही बचाया जा स्का है.
ड्राइवर की लापरवाही से हुई दुर्घटना
प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्घटना के समय ये बस सीधी से सतना जा रही थी. अचानक साइड लेते समय बस फिसल गई और पुलिया से सीधे नहर में जा गिरी. घटना की खबर फैलते ही पास-पड़ौस के ग्रामीण बस में फंसे लोगों की सहायता के लिए आ पहुंचे. तुरंत जनता के स्तर पर डूबते यात्रियों को बचाने का काम शुरू हो गया. कुछ देर बाद खबर मिलने पर एसडीआरएफ और गोताखोरों ने भी दुर्घटना स्थल पर मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य प्रारम्भ कर दिया.
क्रेन से निकली गई बस
सुबह सात बजे के आसपास हुई दुर्घटना के बारे में पता चलते ही बस में सवार लोगों के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचने लगे हैं. जिस नहर में यात्रीबस गिरी है उसकी गहराई 20 से 22 फीट बताई जा रही है. दुर्घटना के करीब 4 घंटे बाद 11.45 बजे क्रेन भी नहर के पास पहुंची और फिर बस को बाहर निकाला गया. दुर्घटना के समय ड्राइवर तैरकर बच निकला जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया.
है। मृतकों में एक बच्चा, 18 महिलाएं और 21 पुरुष शामिल हैं। वहीं सात लोग अभी तक लापता हैं।
मृतकों के परिजनों को 5 -5 लाख मुआवज़ा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बस दुर्घटना पर शोक प्रकट किया है और दुर्घटना के बारे में सीधी के कलेक्टर से भी बात की. इस पीड़ादाई दुर्घटना को ध्यान में रख कर मुख्यमंत्री ने आज अपना गृह प्रवेश कार्यक्रम स्थगित कर दिया और मृतकों के परिजनों को क्षतिपूर्ति के तौर पर पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा भी की.