मोदी कैबिनेट में बड़ा परिवर्तन हुआ है जिसमें कुल 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है. आज सात जुलाई 2021 बुधवार शाम छः बजे राष्ट्रपति भवन में संपन्न हुए शपथ समारोह में कुल सात राज्य मंत्रियों को प्रोन्नत किया गया है. समारोह में मोदी सरकार में महत्वपूर्ण मंत्रीमंडलीय परिवर्तन देखने को मिले. नवीन मंत्रिपरिषदीय फेरबदल में कुल पंद्रह कैबिनट और अट्ठाइस राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली.
शपथपूर्व पीएम मोदी ने की बैठक
सभी नये मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण के पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक आवास पर राजनीतिक शूचिता और दायित्व की गंभीरता को लेकर एक बैठक की. राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए करीब डेढ़ घंटे तक शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ.
आये राणे, सोनोवाल और डॉक्टर वीरेन्द्र
सर्वप्रथम शपथ लेने वाले अहम चेहरों में महाराष्ट्र से बीजेपी सांसद नारायण राणे तथा असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल शामिल थे जिनके उपरांत मध्यप्रदेश के रहने वाले डॉ. वीरेंद्र कुमार ने पद व गोपनीयता की शपथ ली. ये सातवीं बार लोकसभा चुनाव जीतकर आने वाले वीरेन्द्र कुमार अनुसूचित जाति समुदाय से आते हैं.
सिंधिया को तो आना ही था
एक लंबी प्रतीक्षा का अंत हुआ और मध्य प्रदेश से राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पांचवें नंबर पर कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. एक वर्ष पूर्व कांग्रेस छोड़कर अपनी दादी वाली बीजेपी में प्रवेश करने वाले ज्योतिरादित्य ने एमपी की कमलनाथ सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाई थी. वे इसके पूर्व कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं.
सात पुराने मंत्रियों को मिली पदोन्नति
43 पदों पर फेरबदल वाले नवीन मोदी मंत्रीमंडल में प्रोन्नत हुए सात राज्य मंत्रियों के अतिरक्त छत्तीस नए चेहरों को शामिल किया गया है जिनमें जेडीयू से आरसीपी सिंह, लोजपा से पशुपति कुनार पारस सम्मिलित हैं जिनको कैबिनेट मंत्री बनाया गया है वहीं जेडीयू से आरसीपी सिंह और वहीं चराग पासवान वाली लोक जनशक्ति पार्टी से पशुपति कुनार पारस को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.
प्रसाद, जावड़ेकर, हर्षवर्धन व निशंक गये
अब निवर्तमान हो गये मंत्रीमंडलीय चेहरों में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, संतोष गंगवार, सदानंद गौड़ा, संजय धोत्रे, रतन लाल कटारिया और देबाश्री चौधरी सम्मिलित हैं जिन्होंने अपने पदों से त्यागपत्र दे दिये हैं. बंगाल कोटे से मंत्री बने बाबुल सुप्रियो ने भी अपना पद छोड़ दिया है. अब तक त्यागपत्र देने वालों में कुल 11 मंत्रियों का त्यागपत्र हो चुका है इनमें से थावरचंद गहलोत पहले ही राज्यपाल के रूप में निर्धारित किये जा चुके हैं.